उसने दाँत से काटना भी कहा है, नाखुन चुभाओं, शरीर पर निशान छूट जायें-इनको लव माक् र्स, प्रेम के चिन्ह कहा है।
2.
जैसे कि नायिका बाग-बगीचे में जा रही है जो अक्सर वैष्णव कविता में जाती है, वहीं नायक दिखाई पड़ गया तो उसे दिखाकर एक नरम कच्चे किसलय अथवा पल्लव को दाँत से काटना, या नायक द्वारा अपने साथी को, नायिका को दिखाकर, किसी फल को देना जैसी इशारेबाजियाँ ' अभियोग ' है।